आ लौट के आजा हनुमान जी | Aa Laut Ke Aaja Hanuman Lyrics Hindi
आ लौट के आजा हनुमान जी भजन के हिंदी लिरिक्स पढ़ें। Full Aa Laut Ke Aaja Hanuman Lyrics in Hindi for daily bhakti & peace.
विषय-सूची (Table of Contents)
'आ लौट के आजा हनुमान' भजन का परिचय
हनुमान जी, भगवान श्री राम के परम भक्त और संकटमोचन के रूप में पूजे जाते हैं। उनकी भक्ति, बल, बुद्धि और निस्वार्थ सेवा की कहानियाँ भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं। हनुमान जी को समर्पित कई भजन और चालीसाएं भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं, और उन्हीं में से एक अत्यंत भावुक और हृदयस्पर्शी भजन है "आ लौट के आजा हनुमान जी"।
यह भजन भगवान श्री राम की उस व्याकुलता और चिंता को दर्शाता है जब लक्ष्मण जी मूर्छित हो जाते हैं और हनुमान जी संजीवनी बूटी लाने के लिए जाते हैं। इस भजन में श्री राम का अपने प्रिय भक्त हनुमान जी के लौटने का इंतजार, उनका दर्द और उनके विश्वास को खूबसूरती से दर्शाया गया है। आज इस लेख में हम आपके लिए आ लौट के आजा हनुमान जी भजन के हिंदी लिरिक्स (Aa Laut Ke Aaja Hanuman Lyrics in Hindi) और साथ ही अंग्रेजी लिप्यंतरण भी लेकर आए हैं, ताकि सभी भक्तगण इस मधुर भजन का आनंद ले सकें।
इस भजन के पीछे की भावुक कहानी
यह भजन रामायण के एक महत्वपूर्ण प्रसंग पर आधारित है। लंका युद्ध के दौरान, जब मेघनाद ने शक्ति बाण से लक्ष्मण जी को मूर्छित कर दिया, तो पूरी वानर सेना में हाहाकार मच गया। वैद्य सुषेण ने बताया कि लक्ष्मण के प्राण तभी बच सकते हैं जब सूर्योदय से पहले हिमालय पर स्थित संजीवनी बूटी लाई जाए।
इस असंभव कार्य को केवल हनुमान जी ही पूरा कर सकते थे। वे तुरंत उड़ चले। लेकिन जब सूर्योदय करीब आने लगा और हनुमान जी नहीं लौटे, तो भगवान श्री राम अत्यंत चिंतित और व्याकुल हो उठे। इस भजन में श्री राम की इसी पीड़ा, अपने भाई के प्रति उनके प्रेम और हनुमान जी पर उनके अटूट विश्वास को व्यक्त किया गया है। यह भजन दर्शाता है कि कैसे संकट की घड़ी में भी एक भक्त और भगवान का संबंध अटूट रहता है।
आ लौट के आजा हनुमान जी - हिंदी लिरिक्स
आ लौट के आजा हनुमान
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
लक्ष्मण के बचा ले तू प्राण,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
पहली अंतरा
गए पवन सूत लाने संजीवन,
अब तक क्यों नही आये।
सेनापति सुग्रीव पुकारे,
नर बानर घबराये।
सब लोग भये सुनसान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
दूसरी अंतरा
कभी तड़पते कभी बिलखते,
जीभर के प्रभु रोते।
आये लखन तुम,
अपनी माँ के हो इकलौते बेटे।
यु रुदन करत है महान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
तीसरी अंतरा
बीत गयी सब रैन,
घडी रही ना एक पल भी बाकि।
देख देख के राह तुम्हारी,
बैरन अंखिया तांकि।
कहि उदय ना हो जाये घात,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
चौथी अंतरा (निष्कर्ष)
रात समय हनुमान संजीवन,
ले सेना में आये झूमर लाली।
धन्य है बजरंगी लक्ष्मण प्राण बचाए,
तब जाग उठे बलवान।
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
लक्ष्मण के बचा ले तू प्राण,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
आ लौट के आजा हनुमान,
तुम्हे श्री राम बुलाते है।
Aa Laut Ke Aaja Hanuman Ji - English Transliteration
Aa Laut Ke Aaja Hanuman
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Lakshman ke bacha le too praan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Verse 1
Gae Pavan sut laane sanjeevan,
Ab tak kyon nahee aaye.
Senapati Sugreev pukaare,
Nar baanar ghabaraaye.
Sab log bhaye sunasaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Verse 2
Kabhee tadapate kabhee bilakhate,
Jee bhar ke Prabhu rote.
Aaye Lakhan tum,
Apanee maan ke ho ikalaute bete.
Yu rudan karat hai mahaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Verse 3
Beet gayee sab rain,
Ghadee rahee na ek pal bhee baakee.
Dekh dekh ke raah tumhaaree,
Bairan ankhiya taanki.
Kahee uday na ho jaaye ghaat,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Verse 4 (Conclusion)
Raat samay Hanumaan sanjeevan,
Le sena mein aaye jhoomar laalee.
Dhany hai Bajarangee Lakshman praan bachaaye,
Tab jaag uthe balwaan.
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Lakshman ke bacha le too praan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
Aa laut ke aaja Hanumaan,
Tumhe Shree Ram bulaate hai.
भजन पाठ के लाभ और महत्व
"आ लौट के आजा हनुमान जी" भजन का पाठ करने से भक्तों को कई लाभ प्राप्त होते हैं और यह आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है:
- भावुक जुड़ाव: यह भजन भगवान श्री राम और हनुमान जी के बीच के अटूट प्रेम, विश्वास और भक्ति को दर्शाता है, जिससे भक्त भी इस दिव्य रिश्ते से गहराई से जुड़ पाते हैं।
- संकटमोचन का आह्वान: भजन के माध्यम से हनुमान जी का आह्वान करने से भक्तों को अपने जीवन के संकटों और बाधाओं को दूर करने की शक्ति और विश्वास मिलता है।
- मानसिक शांति: इस भजन को गाने या सुनने से मन को असीम शांति मिलती है और तनाव दूर होता है।
- नकारात्मकता का नाश: हनुमान जी की कृपा से नकारात्मक ऊर्जाएं और भय दूर होते हैं।
- विश्वास की दृढ़ता: यह भजन भगवान पर अटूट विश्वास रखने और धैर्य बनाए रखने की सीख देता है, खासकर मुश्किल परिस्थितियों में।
निष्कर्ष: भक्ति और विश्वास का प्रतीक
"आ लौट के आजा हनुमान जी" केवल एक भजन नहीं, बल्कि भगवान श्री राम और हनुमान जी के दिव्य प्रेम और निस्वार्थ सेवा का एक मार्मिक चित्रण है। यह हमें सिखाता है कि विश्वास और भक्ति से कोई भी संकट पार किया जा सकता है। इस भजन के हिंदी लिरिक्स और अंग्रेजी लिप्यंतरण के साथ, हम आशा करते हैं कि आप इस शक्तिशाली भजन से गहराई से जुड़ पाएंगे और हनुमान जी की कृपा प्राप्त करेंगे।
हनुमान जयंती, मंगलवार, या शनिवार को इस भजन का पाठ करना विशेष रूप से फलदायी होता है। इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और भगवान हनुमान की असीम शक्ति और आशीर्वाद का अनुभव करें।
अधिक भक्तिमय गीतों, मंत्रों और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए हमारी वेबसाइट पर आते रहें। आपकी आध्यात्मिक यात्रा शुभ हो!
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